लाइव सिटीज, पटना: हाल के दिनों में बिहार पुलिस ने अपनी कार्यशैली में बहुत बड़ा बदलाव किया है। बिहार पुलिस अब सिर्फ थाने स्तर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है और यहां मिलने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिए आपराधिक मानसिकता वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है।
वहीं, फर्जी अकाउंट बनाकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने या धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर के माध्यम से उचित कार्रवाई की जा रही है। इस पहल से बिहार पुलिस गर्व से कह सकती है कि सोशल मीडिया सेंटर अपराध पर लगाम लगाने के लिए ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ की भूमिका निभा रहा है। इसी का परिणाम है कि आमलोगों के द्वारा इन प्रयासों की सराहना की जा रही है।
हाल ही में हुई एक घटना की बात करें तो 5 मई 2024 को सिवान जिले के मैरवा के एक युवक द्वारा ऑर्केस्ट्रा में पिस्टल लहराने से जुड़ी शिकायत बिहार पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्राप्त हुई, जिसके बाद बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर ने संबंधित जिला पुलिस को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। नतीजतन, अगले दिन ही अवैध हथियार का प्रदर्शन करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। इस प्रकार के विभिन्न मामले बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर में लगभग प्रतिदिन आते हैं, जिनपर बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर की टीम तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करती है। इन दिनों लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर की टीम चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर काम कर रही है, ताकि राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न हो सके। हाल ही में सीतामढ़ी के प्रशांत यादव नामक युवक का स्टंट करता एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था।
बिहार पुलिस की सोशल मीडिया सेंटर की टीम ने उसे ट्रैक कर संबंधित थाने को भेजा, जिसके बाद सीतामढ़ी पुलिस ने उस लड़के का पता लगाया और उसके घर जाकर उसकी बुलेट बाइक जब्त की। उसके बारे में शिकायत मिल रही थी कि वह खुद हुड़दंग करता ही है, बाकियों को भी इसके लिए भड़काता है। वहीं, गोपालगंज से भी एक लड़के का हथियार दिखाते रील्स वायरल हुआ था, जिसपर सोशल मीडिया सेंटर में कार्यरत बिहार पुलिस की टीम ने ट्रैक कर संबंधित थाने को भेज दिया। चंद घंटे में ही एक देसी कट्टा के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले 2 महीने में बिहार पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर पर काम कर रही टीम ने विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर 300 से अधिक सस्पीसियस सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित कर ईओयू को भेजा है। इसके बाद ईओयू की ओर से दर्जनों अकाउंट पर एक्शन लेते हुए कुछ पर एफआईआर दर्ज की गई है, तो तीन दर्जन से ज्यादा अकाउंट बंद भी करवाए गए। सोशल मीडिया सेंटर पर मुख्यतः बाइक से स्टंट करने, हथियार दिखाने या सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने आदि की शिकायतें मिलती हैं।