लाइव सिटीज, पटना : पटना में विशाल वैदिक सम्मेलन आयोजन किया जा रहा है. पटना स्थित महावीर मंदिर सह-आयोजक का भूमिका निभा रहा है. बता दें कि महावीर मंदिर और महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन के संयुक्त तत्त्वावधान में 17 से 19 अगस्त तक पटना के महाराणा प्रताप भवन में विशाल वैदिक सम्मेलन का आयोजन हो रहा है.
बता दें कि महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय का स्वायत्तशासी संस्थान है. जिससे जुड़े 125 वेद विद्यालय और लगभग 250 गुरु-शिष्य परम्परा की ईकाइयाँ भारतवर्ष में प्राचीन परम्परा को पुनर्जागृत करने के लिए कटिबद्ध हैं. इस संस्थान के द्वारा विभिन्न प्रान्तों में वैदिक सम्मेलन एवं विद्वद्-गोष्ठी का आयोजन कराया जाता है. महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि राजधानी पटना में पहली बार यह विशाल वैदिक सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है. संस्थान की दृष्टि में यह क्षेत्रीय सम्मेलन है. इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बंगाल तथा मणिपुर इन छह राज्यों के लगभग 100 वैदिक गुरुओं द्वारा वेद की सभी शाखाओं का पाठ प्रतिदिन होगा . साथ ही, वेद के विशिष्ट विद्वान् अपना व्याख्यान भी देंगे
बता दें कि सम्मेलन की शुरुआत शोभा-यात्रा से किया जायेगा . आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन 17 अगस्त को यह शोभायात्रा महावीर मन्दिर से आरम्भ होकर कदमकुआँ रोड तथा नाला रोड होते हुए महाराणा प्रताप भवन तक जायेगी . साथ ही वेद भगवान् की सवारी भी रहेगी तथा रास्ते में सस्वर वेदपाठ भी होगा . शोभा-यात्रा के दौरान वेद के संदेशों का प्रचार किया जायेगा . हालंकि बिहार सहित सभी छह राज्यों से पधारे अध्यापक वेद की विभिन्न शाखाओं से चयनित अंश का सस्वर पाठ करेंगे . प्रत्येक दिन वेद पाठ दो सत्रों में होगा . सुबह 6:30 से 7:30 तक तीनों दिन पाठ होंगे, वहीं दूसरा सत्र प्रथम दिन 2:00 से 3:30, दूसरे दिन 10:00 से 11:00 और तीसरे दिन 10:00 से 12:30 तक होगा .
वेद पाठ में ऋग्वेद की शाकल शाखा, यजुर्वेद की माध्यन्दिन, काण्व एवं तैत्तिरीय शाखा, सामवेद की कौथुम तथा राणायनीय शाखा एवं अथर्ववेद की शौनक तथा पैप्पलाद शाखा से परम्परानुसार वेद के मन्त्रों का पाठ होगा . साथ ही घनपाठ का भी कार्यक्रम रखा गया है. पटना वासियों के लिए वेद पाठ को अपने पारम्परिक रूप में सुनने का यह स्वर्णिम अवसर है. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा नाटक का भी आयोजन किया गया है . वहीं महावीर मन्दिर ओर से प्रकाशित पुस्तकों की प्रदर्शनी लगायी जायेगी .