लाइव सिटीज, पटना: बिहार की औद्योगिक एवं तकनीकी प्रगति की दिशा में एक ऐतिहासिक अध्याय जोड़ते हुए, ‘Renewable Energy & Electric Vehicle Expo 2025’ का भव्य शुभारंभ आज पटना के ज्ञान भवन में हुआ। इस आयोजन ने हरित ऊर्जा (Renewable Energy) और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के क्षेत्र में बिहार की बढ़ती संभावनाओं को मूर्त रूप देने का संकल्प लिया है।
इस गौरवशाली अवसर पर बिहार के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान महोदय के साथ सभी सम्मानित मंच ने दीप प्रज्वलित कर एक्सपो का उद्घाटन किया। इस एक्सपो में देश-विदेश की 86+ अग्रणी कंपनियाँ भाग ले रही हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर एनर्जी, बैटरी टेक्नोलॉजी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन कर रही हैं।
बिहार को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उद्घाटन सत्र में कहा कि हरित ऊर्जा और स्वच्छ परिवहन केवल एक तकनीकी विकास नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की अनिवार्य शर्त है। बिहार में अक्षय ऊर्जा के असीमित अवसर हैं, और यह एक्सपो इस क्षेत्र में निवेश, उद्योग और जागरूकता को नई दिशा देगा। उन्होंने इस पहल को बिहार की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों के विस्तार से राज्य में प्रदूषण कम होगा, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और औद्योगिक विकास को नई ऊँचाइयाँ मिलेंगी।
बिहार की औद्योगिक क्षमता को मिलेगी नई उड़ान बताते हुए पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बिहार जैसे राज्य को औद्योगिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हमें हरित ऊर्जा को प्राथमिकता देनी होगी। इलेक्ट्रिक वाहनों और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश से न केवल पर्यावरण को लाभ मिलेगा, बल्कि हजारों नए रोजगार भी उत्पन्न होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस एक्सपो के माध्यम से उद्योगों, सरकार और आम जनता के बीच एक सार्थक संवाद स्थापित होगा, जिससे आने वाले वर्षों में बिहार अक्षय ऊर्जा उत्पादन और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में अग्रणी बन सकता है।
हर गाँव तक हरित ऊर्जा पहुँचाने पर बल देते हुए पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा ने कहा कि यह आयोजन बिहार के औद्योगिक विकास को गति देगा, लेकिन हमें इसे गांवों तक पहुंचाने का भी संकल्प लेना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर पंचायत में सोलर चार्जिंग स्टेशन हों, ताकि गाँवों में भी ई-रिक्शा और ई-बाइकों को बढ़ावा मिले। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ग्राम स्तर पर छोटे सोलर प्लांट्स, ई-रिक्शा और अक्षय ऊर्जा आधारित रोजगार के अवसरों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, जिससे गाँवों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और ग्रामीण भारत भी इस हरित क्रांति का हिस्सा बनेगा।
पूर्व केंदीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी अपनी बातों को बहुत ही सुंदर अल्फ़ाज़ में रखते हुए बिहार के विकास की बात की वहीं, पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने एक्सपो की सराहना करते हुए कहा कि बिहार का विकास तभी संभव है जब गाँवों का विकास हो। अक्षय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों को गाँवों तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता है। हर पंचायत में सोलर लाइटिंग, चार्जिंग स्टेशन और ई-रिक्शा को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह एक्सपो केवल एक औद्योगिक पहल नहीं, बल्कि यह बिहार के हर गाँव को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
‘टीम ग्रीन ओ वेव’ का संकल्प बताते हुए अध्यक्ष अविनाश तिरंगा ने कहा कि यह एक्सपो बिहार के भविष्य की नई ऊर्जा है। हम चाहते हैं कि हर नागरिक अक्षय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों की ताकत को समझे और इसे अपनाने की दिशा में आगे बढ़े। कोषाध्यक्ष हसनैन अजीम ने कहा कि बिहार में निवेश और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। सरकार और उद्योगों को मिलकर इस दिशा में ठोस नीतियाँ बनानी होंगी, जिससे आने वाले वर्षों में बिहार को ग्रीन एनर्जी हब बनाया जा सके।
इस भव्य कार्यक्रम का मंच संचालन शिक्षाविद् राजीव रंजन द्वारा किया गया, जिन्होंने अपने प्रभावशाली संवादों से पूरे समारोह को ऊर्जावान बनाए रखा। अंत में, टीम ग्रीन ओ वेव की ओर से सभी अतिथियों, उद्योग प्रतिनिधियों और मीडिया बंधुओं को अनिल द्विवेदी द्वारा धन्यवाद दिया गया।
यह एक्सपो 23 मार्च 2025 तक चलेगा, जहाँ नागरिकों को एक ही छत के नीचे इलेक्ट्रिक वाहनों, फाइनेंसिंग, इंश्योरेंस और टेस्ट ड्राइव जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इस आयोजन में तामहीद कलीम ने भी अपने संबोधन में अक्षय ऊर्जा पर विचार रखे। साथ ही इस कार्यक्रम में पंडित कमलापति त्रिपाठी, ओ. पी. राय, मुकेश त्रिपाठी, सुनील गुप्ता, कुंदन किशोर एवं धनंजय सिंह के साथ कुमार सलभ मौजूद रहे।
बिहार के हरित औद्योगिक भविष्य की ओर एक बड़ा कदम उठाते हुए यह आयोजन केवल एक व्यापारिक एक्सपो नहीं, बल्कि बिहार के हरित औद्योगिक भविष्य की नींव है। आने वाले वर्षों में यह पहल बिहार को अक्षय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह आयोजन बिहार को ‘ग्रीन एनर्जी स्टेट’ बनाने की दिशा में एक मजबूत प्रयास है। आइए, हम सब इस हरित क्रांति का हिस्सा बनें और बिहार को एक ऊर्जा आत्मनिर्भर राज्य बनाने में अपना योगदान दें।