लाइव सिटीज, पटना: भाकपा-माले के आह्वान पर पटना के गांधी मैदान में महाजुटान होना वाला है. पार्टी की तरफ से कहा गया है कि यह महाजुटान विभिन्न आंदोलनकारी और सामाजिक न्याय की ताकतों का मंच होगा, जिसमें बीजेपी-जदयू के 20 वर्षों के शासन से परेशान जनता का हर तबका जुटेगा और बदलाव का बिगुल फूंकेगा.
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने जानकारी देते हुए बताया कि महाजुटान को ‘बदलो बिहार’ के संकल्प के साथ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न जनसंगठनों और आंदोलनकारी ताकतों की हिस्सेदारी होगीं. भूमि सर्वेक्षण के नाम पर बेदखली का सामना कर रहे भूमिहीन, बढ़े हुए बिजली बिलों और प्रीपेड मीटरों से परेशान आम नागरिक, धार्मिक हिंसा और जातीय उत्पीड़न के शिकार दलित और अल्पसंख्यक, बुनियादी अधिकारों और उचित मजदूरी के लिए संघर्ष कर रहे महिला कर्मी, छात्र-युवा, और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की जाल में फंसी महिलाएं आदि समूह प्रमुख हिस्सेदार होंगे.
सचिव कुणाल ने कहा कि महाजुटान एक तरह से बिहार की ‘जनता की विधानसभा’ होगी, जहां हर समुदाय और तबके के लोग अपनी बात रखेंगे और बिहार के आगामी चुनाव का एजेंडा तय करेंगे. महाजुटान में भाकपा-माले के महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, पार्टी के वरिष्ठ नेता का. स्वदेश भट्टाचार्य और झारखंड सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के पार्टी नेता पटना पहुंच चुके हैं. गांधी मैदान में आज दोपहर 12 बजे से इस महाजुटान का कार्यक्रम शुरू होगा और विभिन्न आंदोलनों के प्रतिनिधि अपनी मांगों के साथ मंच पर उपस्थित होंगे.