लाइव सिटीज पटना: BJP नेता की गिरफ्तारी पर बोले नीतीश कुमार, दोषी चाहे किसी दल का हो.. सख्त कार्रवाई होगी…आनंद मोहन की पैरवी वाले बात पर भड़के सुशील मोदी, कहा- नीतीश कुमार ने बड़ा गुनाह किया है…नीतीश के मंत्री ने सम्राट चौधरी को बताया बच्चा, कहा- सीरियस लेने की जरूरत नहीं….पटना की सड़कों पर उतरे जेडीयू के सैकड़ों नेता, PM मोदी और अमित शाह से इस्तीफे की मांग की और आनंद मोहन की रिहाई पर जी. कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट का खटखटाया दरवाजा..आगे पढ़िए बिहार की टॉप 5 न्यूज़
1.BJP नेता की गिरफ्तारी पर बोले नीतीश कुमार, दोषी चाहे किसी दल का हो.. सख्त कार्रवाई होगी
एंकर- रामनवमी के मौके पर सासाराम में हुई हिंसा मामले में बीजेपी नेता की गिरफ्तारी पर सीएम नीतीश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा है कि बिहार के दो जिलों में हुई हिंसा की घटनाओं में जो भी दोषी होंगे, चाहे वह किसी दल के हों उनके ऊपर कार्रवाई होगी….. नीतीश ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है, हम किसी को पकड़ने और छोड़ने के लिए निर्देशित नहीं करते हैं….. उन्होंने कहा कि पुलिस सबी चीजों को देखती है, जो कुछ भी सामने आता है उसपर एक्शन होता है…. आगे नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो बीजेपी के बातों पर ध्यान भी नहीं देते हैं, वे लोग क्या बोलते हैं उसपर हम ध्यान नहीं देते हैं…. आगे उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि कहीं कोई घटना होती है तो सब चीजों को देखा जाता है… उसके बाद ही एक्सन लिया जाता है…
2.आनंद मोहन की पैरवी वाले बात पर भड़के सुशील मोदी, कहा-नीतीश कुमार ने बड़ा गुनाह किया है, जनता नहीं करेगी माफ
गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णय्या हत्याकांड में आनंद मोहन की रिहाई के पैरवी वाले बयान से सुशील मोदी नीतीश कुमार पर तिलमिला गए हैं….सुशील मोदी ने कहा है कि मैंने आनंद मोहन की रिहाई की मांग की थी पर यह नहीं कहा था कि इसके लिए जेल मैनुअल को ही बदल दीजिए… इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बड़ा गुनाह किया है, जनता कभी माफ नहीं करेगी…. बता दें कि बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आनंद मोहन के साथ गला मिलाते सुशील मोदी का एक तस्वीर दिखाया…. इस दौरान सीएम ने कहा कि सुशील मोदी कल तक उनकी रिहाई के लिए पैरवी करते थे, आज रिहा होने पर विरोध कर रहे हैं…जिसको लेकर महागठबंधन और विपक्षी दलों के बीच वार-प्रतिवार का तीर तेज हो गया है….वहीं बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का बयान को सुशील मोदी ने बेहद आपत्तिजनक बताया है….साथ ही कहा कि यह हिंदू संतो का अपमान करने वाला बयान है….
3.नीतीश के मंत्री ने सम्राट चौधरी को बताया बच्चा, कहा- सीरियस लेने की जरूरत नहीं
नीतीश कुमार मेमोरी लेस मुख्यमंत्री कहे जाने पर बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को बच्चा बता दिया है… उन्होंने कहा कि उत्साह में वो बहुत कुछ बोल देते हैं, उन्हें सीरियस लेने की जरूरत नहीं है….इस दौरान भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सम्राट चौधरी की उम्र हमसे भी कम है…. राजनीतिक परिपक्वता में सीएम नीतीश कुमार से वो आधी से भी कम हैं…. वहीं सासाराम हिंसा मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर अशोक चौधरी ने कहा कि इस मामले में जांच की गई, उसके बाद कार्रवाई हुई है… साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोग जो उपद्रव किए थे उन पर कार्रवाई की गई है…. आगे अशोक चौधरी ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद बीजेपी वाले बयान देंगे ही… अगर उन्हें कुछ गलत लगता है तो कोर्ट जाएं….कोर्ट तो रिलीफ देगा….
4.पटना की सड़कों पर उतरे जेडीयू के सैकड़ों नेता, PM मोदी और अमित शाह से इस्तीफे की मांग की
पुलवामा हमले पर पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खुलासे को लेकर जदयू के नेता समर्थन में आ गए हैं…. जिसको लेकर शनिवार को जदयू के सैकड़ों नेता सड़क पर उतर आए…. वहीं इस मामले को लेकर राजधानी पटना में भी युवा जदयू के सैकड़ों नेता और कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया…. साथ ही कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी और अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग भी की….इस दौरान जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया…. साथ ही कहा कि पुलवामा पर खुलासे के कारण सत्यपाल मलिक को सीबीआई परेशान कर रही है…. वहीं जदयू के नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलवामा हमले को लेकर जो बात पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कही है, उस पर केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए… उन्होंने आरोप लगाया कि पुलवामा हमले के बाद जो बातें सामने आ रही हैं, इसमें केंद्र सरकार की लापरवाही दिख रही है….
5.आनंद मोहन की रिहाई पर जी. कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट का खटखटाया दरवाजा
-बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर जी. कृष्णैया की पत्नी टी. उमा देवी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है… उन्होंने याचिका में बिहार सरकार के उस आदेश को रद्द करने की मांग की है जिसके माध्यम से उनके पति के हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए हैं… उमा देवी के द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि कानूनी तौर पर ये स्पष्ट है कि आजीवन कारावास का मतलब है कि दोषी को पूरे जीवन जेल के अंदर रहना होगा…. इसे 14 वर्ष की सजा के रुप में नहीं देखा जा सकता है…. कानून के अनुसार आजीवन कारावास का अर्थ आखिरी सांस तक जेल में रहना होता है…. किसी की हत्या के दोषी को अगर मौत की सजा दी गयी है तो उसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए…. वह सामान्य आजीवन कारावास की सजा नहीं है…. उसे सख्ती से लागू किया जाना चाहिए, न की किसी तरह की छूट दी जानी चाहिए… बता दें कि पहले भी उमा देवी ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा उम्रकैद की सजा काट रहे आनंद मोहन का जेल से छोड़ने का फैसला काफी गलत है….