लाइव सिटीज पटना: बिहार हिंसा को लेकर सियासत तेज है. बीजेपी का कहना है कि सरकार की नाकामी के कारण बिहार में हिंसा की घटनाएं हुई हैं जबकि सत्ताधारी दल के विधायकों का आरोप है कि बीजेपी ने सोची समझी साजिश के तहत रामनवमी के मौके पर हिंसा फैलाने का काम किया है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि सासाराम और नालंदा में कुछ लोगों की ओर से जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई. जिस पर बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जब अभी तक बिहार में हुए दंगे की जांच रिपोर्ट नहीं आई है. फिर मुख्यमंत्री कैसे इस मामले पर बयानबाजी कर रहे हैं.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार किया है. मुख्यमंत्री ने बिहार हिंसा को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. इसी पर हमला करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी के ऊपर किस आधार पर आरोप लगा रहे. अगर सरकार इस घटना का पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करवाना चाहती है तो पटना हाई कोर्ट के रिटायर जज से इन्वेस्टिगेशन कराए. जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
सम्राट चौधरी ने कहा कि नालंदा में और सासाराम में दो व्यक्तियों की हत्या हुई किस के इशारों पर हुई. जब अभी तक बिहार में हुए दंगे की जांच रिपोर्ट नहीं आई है. फिर मुख्यमंत्री कैसे इस मामले पर बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 72 घंटे तक फ्लैग मार्च क्यों नहीं हुआ? केंद्रीय बल ने आकर सुरक्षा दी है, तब स्थिति सुधर रही है. वहीं विधानसभा में बीजेपी विधायक को मार्शल के बाहर करने को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार के इशारों पर ही सदन चला रहे. उन्होंने निष्पक्ष होना चाहिए.
बता दें कि सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर विपक्षी दल बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. बीजेपी का कहना है कि सरकार की नाकामी के कारण बिहार में हिंसा की घटनाएं हुई हैं जबकि सत्ताधारी दल के विधायकों का आरोप है कि बीजेपी ने सोची समझी साजिश के तहत रामनवमी के मौके पर हिंसा फैलाने का काम किया है. इसी को लेकर विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन आज हिंसा पर बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया.