लाइव सिटीज पटना: भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के गिरने पर सियासत तेज है. बीजेपी इसके लिए बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है. वहीं वर्तमान पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव बीजेपी के आरोपों को बेवजह बता पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठा जांच की बात कह रहे हैं. इस बीच अब सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक ने अपने ही सरकार के मुख्यमंत्री पर सवाल उठा दिया. सुधाकर सिंह का कहना है कि यह पुल नीतीश कुमार ने गिराया है. अधिकारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
राजद विधायक सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने किसी का बयान नहीं सुना. एक-दो लोगों का मैंने जरूर बयान सुना है. देखा है किसी पदाधिकारी के तरफ से बयान दिया गया है. सरकार चलाना पदाधिकारी का काम है या राजनेताओं का है. यह तो नई परंपरा बन गई अधिकारियों पर दोषारोपण करना. सुधाकर सिंह ने कहा कि जब अधिकारी हैं सरकार चला रहे हैं तो फिर हम चुनाव जीतकर क्यों आते हैं. फिर मुख्यमंत्री या मंत्री का क्या औचित्य है. यह तो वैसे ही हुआ जैसे बलि का बकरा ढूंढा जा रहा है.
वहीं जदयू के परवता विधायक संजीव कुमार की तरफ से बिहार के डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव पर उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि संजीव जी जिस अधिकारी पर आरोप लगा रहे हैं उस अधिकारी की नियुक्ति, प्रमोशन, ट्रांसफर, दंड तो सीएम को देना है. ऐसे में मुख्यमंत्री जी कुछ नहीं किया तो दोषी कौन हुआ. तो सीधे संजीव जी मुख्यमंत्री को दोषी क्यों नहीं बता रहे हैं. बस इसलिए की इनके पार्टी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं इसलिए वह कुछ नहीं बोल पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ओडिशा रेल हादसे का आरोपी अगर पीएम मोदी हो सकते हैं तो फिर बिहार में पुल गिरने का आरोपी नीतीश कुमार क्यों नहीं हो सकते हैं.
बता दें कि भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे पुल के टूटने पर सियासत तेज है. बीते रविवार (4 जून) को पुल का तीन पाया गंगा नदी में गिरने के बाद बीजेपी लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है और सीबीआई जांच की मांग कर रही है. वहीं गंगा नदी पर बन रहे महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर गिरने के मामले में नीतीश सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है. पुल गिरने के मामले में इस पुल का निर्माण करने वाली सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस जारी किया गया है. वहीं कार्यपालक अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिय़ा गया है.