लाइव सिटीज पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. बात यहां तक पहुंच गई कि बीजेपी विधायक ने माइक भी तोड़ डाला. इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गए. इस दौरान मामला काफी बढ़ गया और स्थिति इतनी खराब हो गई कि सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही भाजपा के विधायक लखिन्द्र पासवान को दो दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. लखिन्द्र पासवान को सदन की कार्यवाही से दो दिन के लिए सस्पेंड किया गया है.
विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सदन के दूसरी पाली के सत्र की कार्यवाही शुरू करते ही नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा को बोलने का मौका दिया. जिसके बाद वो अपनी पार्टी के विधायक पर लगे आरोप पर कहा कि वो माइक तोड़ नहीं रहे थे बल्कि वो माइक खोल रहे थे. जिसको लेकर वो स्पीकर के सामने माइक खोलने लगे. जिसके बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सदन में उठ खड़े हो गए और कहा कि ऐसे नहीं बल्कि ऐसे माइक खुलता है. वहीं इस पुरे मामले को सुनने के बाद विधानसभा के स्पीकर ने भाजपा विधायक लखिन्द्र पासवान को दो दिनों के लिए सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया. जिसके बाद भाजपा के नेता बेल में आकर हंगामा करने लगे.
दरअसल बीजेपी विधायक लखेन्द्र कुमार ने सेविका और सहायिका को दिए जाने वाले मानदेय को बढ़ाने का सवाल उठाया. वहीं इस दौरान कांग्रेस और माले विधायक ने रोकटोक की जिससे नाराज विधायक ने माइक को ही तोड़ दिया. जिसके बाद सदन में भारी हंगामा देखने को मिला. BJP विधायक लखेन्द्र कुमार ने सदन में सेविका और सहायिका को दिए जाने वाले मानदेय को बढ़ाने का सवाल उठाया. उन्होंने सेविका को 15 हजार और सहायिका को 10 हजार दिए जाने की मांग की.
जिसपर मंत्री मदन सहनी ने कहा कि बिहार सरकार सेविका को मानदेय के रूप में 5950 रूपए दिए जाते हैं, जिसमे केंद्र सरकार की ओर से 4500 रूपए दिए जाते हैं. अगर केंद्र सरकार राशि बढ़ाती है तभी राज्य सरकार दें पाएगी. मंत्री मदन सहनी के जवाब पर बीजेपी विधायक लखेंद्र कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार पैसा दें रही है राज्य सरकार अपना अंश बढ़ाये. इसी बीच माले विधायकों ने बीच में रोकटोक शुरू कर दी जिसपर बीजेपी विधायक ने माइक पर ही अपना गुस्सा निकल दिया और उसे तोड़ दिया. जिसके बाद बीजेपी विधायक और सत्ता पक्ष भी आमने सामने आ गए.