लाइव सिटीज पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बीजेपी पर लगातार हमलावर है. इस बीच शुक्रवार को जदयू अध्यक्ष ने कई मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. मीडिया से बातचीत के दौरान ललन सिंह ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार का था. कर्नाटक में जो सरकार थी वो देश के सबसे भ्रष्ट सरकार थी. कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने अथक प्रयास कर लिया लेकिन सबने एग्जिट पोल तो देख ही लिया. अब 24 घंटा बचा है, कर्नाटक में बीजेपी एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटों पर हार रही है. पूरा तिलिस्म खत्म हो रहा है.
दिल्ली मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ललन सिंह ने कहा कि देश में एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट ने लोकतंत्र स्थापित कर दिया है. बीजेपी के लोकतांत्रिक विरोधी चेहरे पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाम लगाया. वहीं महाराष्ट्र मामले पर ललन सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना कि महाराष्ट्र में जो हुआ वो गलत हुआ है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में चुनाव हारेगी. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी बीजेपी चुनाव हारेगी. 2024 में बीजेपी का सफाया होना तय है.
सीएम नीतीश कुमार की नवीन पटनायक से मुलाकात को लेकर ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार और नवीन पटनायक ने कभी नहीं कहा कि हम लोग विपक्षी एकजुटता के लिए मिले हैं. उन्होंने कहा कि हम पुराने मित्र हैं, बहुत समय बाद मिले हैं. आगे उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक की तिथि जल्द तय होगी. वहीं, जाति आधारित गणना जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि जाति आधारित गणना पर हाई कोर्ट ने प्रतिबंध लगाया है. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. हम जातीय गणना नहीं, जाति आधारित गणना करवा रहे हैं.
वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से पत्रकारों ने आरसीपी सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर सवाल पूछा. तब ललन सिंह को आरसीपी टैक्स की याद आयी. ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह को टैक्स वसूलने में शोहरत हासिल थी. बिहार में बहुत चर्चा होती थी आरसीपी टैक्स की. आरसीपी सिंह को बताना चाहिये कि वो टैक्स क्या था. वो टैक्स वसूलते होंगे तभी चर्चा होती थी. ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह कह रहे हैं कि बिहार में भ्रष्टाचार हो रहा है. भ्रष्टाचार तो आरसीपी सिंह ही कर रहे थे. नीतीश कुमार को आंख मूंद कर किसी पर विश्वास करते थे. आरसीपी सिंह पर भी विश्वास किया था लेकिन वे भ्रष्टाचार कर रहे थे.