लाइव सिटीज, पटना: पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन द्वारा शुक्रवार को पटना के साइंस कॉलेज से पीएमसीएच होते हुए गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक तक बन रहे एलिवेटेड कॉरिडोर (डबल डेकर) के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनके साथ बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षित कपिल जी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पटना के अत्यधिक व्यस्त अशोक राजपथ पर यातायात को सुगम बनाने और जाम की समस्या कम करने के लिए कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक डबल-डेकर फ्लाईओवर का निर्माण अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। परियोजना पूर्ण होने के पाश्चात्य यह आवागमन के लिए खुलने वाला बिहार का पहला डबल-डेकर फ्लाईओवर होगा। मार्च महीने में यह योजना पूर्ण हो जाएगा। वहीं, अप्रैल माह के अंत तक जनता को इसे समर्पित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अशोक राजपथ डबल-डेकर फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2.2 किमी है। इस फ्लाईओवर का पहला स्तर 1.5 किमी लंबा होगा, जो पटना कॉलेज से बीएन कॉलेज तक फैला होगा, जबकि दूसरा स्तर 2.2 किमी लंबा होगा, जो कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक विस्तृत है। दोनों स्तरों पर 8.5 मीटर चौड़ी कैरिजवे होगी, जो एकतरफा यातायात के लिए डिज़ाइन की गई है। फलाईओवर का ऊपरी डेक (Tier-II) गांधी मैदान से साईस कॉलेज तरफ जाने वाले यातायात के लिए है एवं नीचे का डेक (Tier-l) पटना कॉलेज से गांधी मैदान की तरफ जाने वाले यातायात के लिए है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन द्वारा बताया गया कि परियोजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और शेष कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। परियोजना का संपूर्ण नींव निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और अब सुपर-स्ट्रक्चर तथा फिनिशिंग कार्यों को पूरा करने पर ध्यान दिया जा रहा है। ₹422 करोड़ की लागत से बन रही यह परियोजना पटना मेट्रो रेल, बाकरगंज नाला पर सड़क और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में प्रस्तावित मल्टी-लेवल कार पार्किंग से समन्वयित होगी।
उन्होंने आगे कहा कि “इस परियोजना के तहत फ्लाईओवर को जेपी गंगा पथ (पटना रिवर फ्रंट रोड) से कृष्णा घाट के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे गांधी सेतु और अन्य मार्गों से आने वाले वाहनों को एक सुगम वैकल्पिक रास्ता मिलेगा। इसके अलावा, यह अशोक राजपथ, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय और साइंस कॉलेज के क्षेत्र में यातायात दबाव को कम करेगा जिससे छात्रों, मरीजों, व्यवसायियों और आम नागरिकों को बड़ा लाभ होगा।। यह फ्लाईओवर छपरा के बाद बिहार का दूसरा डबल-डेकर फ्लाईओवर होगा और इसे आधुनिकतम तकनीक से तैयार किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है, और इसे निर्धारित समय सीमा के अनुसार अप्रैल 2025 तक जनता के लिए खोलने की योजना बना ली गई है। पथ निर्माण विभाग द्वारा परियोजना की नियमित पर्यवेक्षण की जा रही है,ताकि इसे समय पर पूरा किया जा सके। इस फ्लाईओवर के चालू होने से पटना की परिवहन व्यवस्था में आमूलचूल सुधार होगा जिसका लाभ लाखों यात्रियों को मिलेगा।