लाइव सिटीज पटना: रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान हुए दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद नालंदा की बिगड़ती हालत पटरी पर आ रही है. हालांकि दूसरी ओर कई तरह की अफवाहें भी फ़ैल रही है. जिसको लेकर नालंदा पुलिस ने सभी तथ्य सामने रखा है. वहीं पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है. साथ ही नालंदा पुलिस ने कहा है कि अफवाहें फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कारवाई की जाएगी.
नालंदा पुलिस ने सोशल मीडिया पर चल रही गलत खबरों को तथ्य के द्वारा समझाया है.
अफवाहें
1.रामनवमी शोभायात्रा के क्रम में महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़खानी की गई.
तथ्य: शोभायात्रा के दौरान किसी महिला पुलिस कर्मी के साथ छेड़छाड़ की कोई घटना नहीं हुई है.
अफवाहें
2.जुलूस के बाद अभी भी कई व्यक्ति लापता हैं.
तथ्य: किसी भी महिला, पुरुष, बच्चे के लापता होने की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
अफवाहें
3.बसों से धर्म विशेष के व्यक्तियों को उतारकर क्षति पहुंचाई जा रही है।
तथ्य: इस प्रकार की कोई भी घटना की सूचना किसी निजी अथवा सरकारी बस चालकों से प्राप्त नहीं हुई है.
अफवाहें
4.जिले में हिंसक घटनाओं में 30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है.
तथ्य: जिले में अभी तक 1 व्यक्ति की मृत्यु 31 मार्च के बाद की घटनाओं में हुई है.
अफवाहें
5.बिहारशरीफ के शहरी वार्डों एवं बगल के गाँव से एक धर्म विशेष के परिवारों का बड़ी संख्या में पलायन हो चुका है.
तथ्य: बिहारशरीफ एवं अगल बगल के किसी क्षेत्र में हिंसक घटनाओं के कारण किसी प्रकार का कोई पलायन नहीं हुआ है.
नालंदा पुलिस ने कहा है कि अफवाहों को फैलाना कानूनी अपराध है. अफवाहें फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कारवाई की जाएगी. जिला नियंत्रण कक्ष- 06112-232626 & 06112-235288. बता दें कि रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान हुए दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद शहर की बिगड़ती हालत पटरी पर आ रही है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन के नेतृत्व में मंगलवार को शहर में प्रबुद्ध लोगों की ओर से सद्भावना मार्च निकाला गया. वहीं मंगलवार को दुकान खोली गईं और लोग घरों से बाहर भी निकले. लेकिन प्रशासन की सख्ती रकरार है. हिंसा की विभिन्न वारदातों के 140 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. एहतियात के तौर पर सभी निजी और सरकारी स्कूल कॉलेजों को बंद रखा गया है और इंटरनेट सेवा भी अभी तक बहाल हीं की गई है.