लाइव सिटीज, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व में बिहार आईटी नीति 2024 को 8 जनवरी, 2024 को मंजूरी दी गई थी। इस निवेशक हितैषी नीति का निरूपण इस तरह किया गया है कि सूचना प्रौद्योगिकी (IT) तथा इलेक्ट्रोनिक सिस्टम डिजाइन एवं मन्यूफैक्चरिंग (ESDM) में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित किया जा सके और डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के साथ ही राज्य के युवाओं के लिए वृहत स्तर पर रोज़गार सृजन किया जा सके।
इस नीति के तहत सूचना प्रावैधिकी विभाग ने आज नैसकॉम (NASSCOM) के साथ महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। नैसकॉम आईटी और बीपीएम क्षेत्र में भारत का एक प्रतिष्ठित व्यावसायिक संगठन है। नैसकॉम, जिसमें 3000 से अधिक सदस्य कंपनियाँ शामिल हैं, भारत के टेक उद्योग की सम्पूर्ण श्रेणी को प्रस्तुत करता है — स्टार्टअप्स से लेकर वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियों तक तथा उत्पाद एवं सेवा कंपनियों से लेकर इंजीनियरिंग फर्मों तक। एक उद्देश्यपूर्ण संगठन के रूप में नैसकॉम सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत के साथ मिलकर भारत और अब बिहार को भी विश्वस्तरीय उत्पादों, सेवाओं और डिजिटल प्रतिभा को बढ़ावा देने वाले विश्वसनीय केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है।
इस महत्वपूर्ण भागीदारी के बारे में घोषणा करने के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को माननीय मंत्री, सूचना प्रावैधिकी, बिहार, संतोष कुमार सुमन ने संबोधित किया। इस अवसर पर विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, विशेष सचिव अरविन्द कुमार चौधरी, विशेष सचिव विधान चंद्र यादव, नैसकॉम के वाईस प्रेसिडेंट श्रीकांत श्रीनिवासन, निदेशक निरुपम चौधरी एवं अन्य वरीय पदाधिकारीगण मौजूद थे।
समझौता ज्ञापन के दौरान जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई उनमें बिहार को पूर्वी भारत में आईटी निवेश और रोजगार सृजन के पसंदीदा केंद्र के तौर पर विकसित करना एवं बिहार को IT और ESDM सेक्टर में एक अग्रणी राज्य के तौर पर स्थापित करना है। समझौता ज्ञापन के तहत नैसकॉम, सूचना प्रावैधिकी विभाग, बिहार के साथ मिलकर आईटी सेक्टर के महत्वपूर्ण निवेशकों की पहचान करेगा और राज्य में निवेश के लिए उन्हें प्रोत्साहित करेगा।
समझौता ज्ञापन के तहत बिहार की आईटी नीतियों और निवेश की संभावनाओं को देश के बड़े आईटी केन्द्रों में प्रसारित करना है। बिहार सरकार, नैसकॉम के सहयोग से बेंगलूरू, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद और पूणे में लक्षित रोड-शो योजना बनाएगी और रोड-शो का आयोजन करेगी। रोड-शो से बिहार सरकार के अधिकारियों और संभावित निवेशकों, व्यवसायियों और प्रौद्योगिकी कंपनियों के बीच सीधा संपर्क का मार्ग खुलेगा तथा राज्य में निवेश की संभावना बढ़ेगी।
इसके अतिरिक्त इस भागीदारी से बिहार, नैसकॉम के राष्ट्रीय कार्यक्रमों के शामिल हो पाएगा और बिहार का सूचना प्रावैधिकी विभाग उन कार्यक्रमों में बिहार राज्य में बढ़ती आईटी गतिविधियों को प्रदर्शित कर पाएगा । इनके कार्यक्रमों के माध्यम से आइटी इन्फ्रास्ट्रक्चर, कौशल विकास और नीतियों में बिहार की प्रगति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के उद्यमियों और निवेशकों के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकेगा।
संतोष कुमार सुमन ने बिहार की आईटी नीति 2024 को दूरदर्शी नीति बताई और इसमें प्रगति को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि बिहार की आईटी नीति, 2024 तेजी से कार्यान्वित हो रही है और इस नीति के तहत IT / ITES तथा इलेक्ट्रोनिक सिस्टम डिजाइन एवं मैन्यूफैक्चरिंग ESDM सेक्टर की बड़ी कंपनियों द्वारा निवेश किया जा रहा है। Airtel, CTRLS ने जहाँ राज्य में लगभग 450 करोड़ रूपए के निवेश से उन्नत आईटी आधारभूत संरचना विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया, वही लगभग 10 से ज़्यादा IT कंपनियों ने यहाँ निवेश को लेकर विशेष रुचि दिखाई है।
बिहार में IT प्रक्षेत्र में निवेश का माहौल तेजी से बदल रहा है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नित नए अवसर भी बढ़ रहे हैं। बड़ी IT कंपनियाँ यहाँ निवेश के लिए उत्साहित हैं। बिहार आईटी नीति 2024 एवं NASSCOM के साथ किया गया MoU राज्य में आईटी प्रक्षेत्र में निवेश तथा रोज़गार सृजन में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु उत्प्रेरक सिद्ध होगा|