लाइव सिटीज, सुपौल: सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र से बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां बीती देर संध्या त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बघला वार्ड नंबर 9 में रेलवे के निर्माणाधीन पुल के पास खेलने और बकरी चराने के दौरान 21 बच्चों ने जंगल में लगे रतनजोत (बघनडी) के पौधे का बीज खा लिया बीज खाने के करीब चार साढ़े चार घंटे बाद सभी बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी.
घटना के संबंध में पीड़ित बच्चों के परिजनों ने बताया कि स्कूल से घर लौटने के बाद खेलने और बकरी चराने के दौरान सभी बच्चे बादाम समझ कर बघनडी यानि रतनजोत के पौधे का बीज खा लिया और जब सभी बच्चे शाम को घर लौट कर आए तो रात करीब आठ बजे के आसपास बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी. जिसके बाद सभी बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी बच्चों को परिजनों ने त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया है.
अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बताया कि ये जो पौधा है इसके बीज का उपयोग आमतौर पर आयुर्वेदिक मेडिसिन में होता रहा है लेकिन कोई मेडिसिन है उसके डोज पर यह निर्भर करता है. इसके बीज को ये छोटे छोटे बच्चे एक दो या फिर तीन तीन बीज खा लिए हैं. इसलिए बीमार पड़ गए हैं. इसका प्रयोग कम मात्रा में होने पर यह मेडिसिन में काम करता है डबल डोज ट्रिपल डोज लेने पर बच्चा बीमार पड़ेगा ही. इसके संबंध में ज्यादा जानकारी आयुर्वेदिक चिकित्सक ही दे सकते हैं लेकिन हम इतना जानते हैं कि इसका उपयोग अक्सर आयुर्वेदिक मेडिसिन में होता रहा है. बघनडी रतनजोत का पौधा आमतौर पर छोटे मोटे जंगलों सड़क किनारे मिल जाता है.