लाइव सिटीज, बक्सर: विश्वामित्र सेना के आह्वान पर बक्सर की राजनीति में नई हलचल देखने को मिल रही है। विश्वामित्र सेना ने ये साफ कहा था कि “बक्सर की धरती पर बाहरी उम्मीदवारों के लिए अब कोई स्थान नहीं है।” सेना के इस संदेश के बाद स्थानीय स्तर पर राजनीतिक समीकरण बदलते दिखाई दे रहे हैं।
वर्तमान में भाजपा ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि बक्सर से उसका प्रत्याशी कौन होगा। इसी बीच सूत्रों से यह चर्चा तेज हो गई है कि आनंद मिश्रा को बक्सर से भाजपा का संभावित प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इस संभावना ने जिले के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में नाराज़गी का माहौल पैदा कर दिया है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं और समाजसेवियों का कहना है कि बक्सर की जनता ऐसे व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि बनाना चाहती है जिसने बक्सर की मिट्टी में रहकर, इसके विकास और पहचान के लिए धरातल पर कार्य किया हो। उनका मानना है कि पार्टी को किसी स्थानीय नेता, कार्यकर्ता या समाजसेवी को अवसर देना चाहिए, जो वास्तव में क्षेत्र के मुद्दों से जुड़ा रहा हो।वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, बक्सर की राजनीति अब और भी पेचीदा होती जा रही है, और स्थानीय भावना को नज़रअंदाज़ करना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।