लाइव सिटीज, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल 48 एजेंडों को मंजूरी दी गई। राज्य में 40 नए आवासीय विद्यालयों के लिए 1800 पदों का सृजन किया गया है, जिससे शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। वहीं होमगार्ड जवानों को बड़ी राहत दी गई है । जिससे उन्हें आर्थिक सहारा मिलेगा। उनके वेतन में प्रत्येक दिन के हिसाब से 347 की बढ़ोतरी की गई है. पहले एक दिन का वेतन 774 रुपये था और अब उन्हें 1121 रुपये मिलेंगे. कैबिनेट से इसकी मंजूरी दे दी गई है. जो बढ़ाई गई राशि है वह बिहार पुलिस के एक दिन के न्यूनतम वेतन के समान है.
इन फैसलों से शिक्षा और सुरक्षा दोनों क्षेत्रों में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।दूसरी ओर, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत 40 आवासीय विद्यालयों में 10+2 तक के नए शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक के कुल 1800 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.
किशनगंज, कटिहार, रोहतास, शिवहर, लखीसराय, अरवल और शेखपुरा में नए चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल बनाए जाएंगे. इसके निर्माण की स्वीकृति कैबिनेट की बैठक में मिली है. राज्य में चिकित्सा प्रक्षेत्र के सभी विधाओं में इंटर्नशिप कर रहे छात्रों के लिए भी सरकार ने बेहतर सोचा है. छात्रवृत्ति में बढ़ोतरी की स्वीकृति मिली है.
ग्राम पंचायत के सचिव के लिए भी खुशखबरी है. वर्तमान में उन्हें 6000 रुपये मिलते थे. अब वेतन बढ़ाकर 9000 करने की स्वीकृति दी गई है. यह एक जुलाई 2025 के प्रभाव से लागू होगा. वहीं पंचायती राज विभाग में संविदा के आधार पर कार्यरत तकनीकी सहायक का मानदेय 27 हजार से बढ़ाकर 40 हजार एवं आईटी सहायक का 20 हजार से बढ़ाकर 30 हजार करने की स्वीकृति दी गई है.
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) में कार्यरत पुलिस पदाधिकारी को मूल वेतन का 30% या अधिकतम 25 हजार जोखिम भत्ता दिया जाएगा. इसकी स्वीकृित आज कैबिनेट से मिली है. बता दें कि पहले एसटीएफ को 30% जोखिम भत्ता मिलता था.