लाइव सिटीज, पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. चुनाव आयोग ने विभिन्न दलों को उनके चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं. इस क्रम में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को “स्कूल बैग” चिन्ह मिला है. आयोग की मंजूरी के बाद जन सुराज के सभी 243 प्रत्याशी इसी चिन्ह के साथ मैदान में उतरेंगे. शिक्षा और जागरूकता के प्रतीक इस चिन्ह को पार्टी अपनी विचारधारा के अनुरूप बताकर प्रचार अभियान में शामिल करने की तैयारी में जुट गई है.
वहीं, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को एक बार फिर उनका पुराना और लोकप्रिय चुनाव चिन्ह “नाव” मिला है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने इसे भीमराव अंबेडकर के संविधान की जीत बताते हुए आयोग का आभार जताया.
उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी नाव चिन्ह से पार्टी को जन समर्थन मिलने की उम्मीद है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में वीआईपी को ‘पर्स’ चिन्ह मिला था, जिसे लेकर पार्टी में असंतोष था. अब ‘नाव’ की वापसी से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है.
इसी तरह, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चुनाव आयोग ने “गैस सिलेंडर” चिन्ह स्थायी रूप से आवंटित कर दिया है. मोर्चा के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता राम पुकार सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह चिन्ह आम लोगों की जरूरतों और रसोई से जुड़ाव का प्रतीक है और इसी संदेश के साथ पार्टी चुनाव मैदान में जाएगी. तीनों दलों के लिए चुनाव चिन्ह न केवल पहचान का माध्यम हैं, बल्कि जनता से जुड़ने का सशक्त जरिया भी हैं. बिहार चुनावी रणभूमि में अब प्रतीकों के जरिए भी सियासी संदेशों की लड़ाई देखने को मिलेगी.