लाइव सिटीज, आरा: एनडीए (NDA) से अलग होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बिहार की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. दरअसल राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख सह पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का एक विवादित बयान सामने आया है. पशुपति पारस ने आरा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछले 20 वर्षों से बिहार में निकम्मी सरकार है जिसने 20 वर्षों में एक भी कल कारखाने नहीं लगवाए.
उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारों का भरमार है, भ्रष्टाचार है. आपके जिला का ही देख लीजिए. इतनी बड़ी लूट की घटना घटी है. यह साबित करता है कि बिहार में लॉ एंड आर्डर नहीं है. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का गृह जिला में ही एक महिला के पैर में कील ठोक दिए गए. बिहार के कोई भी मंत्री या छोटा पदाधिकारी ने महिला के बारे में कुछ पता तक नहीं किया. इससे जाहिर होता है कि बिहार में प्रशासन नाम का कोई चीज नहीं है.
वहीं अमित शाह के बिहार में कैंप करने वाले बयान पर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि कितना कैंप करेंगे, जनता मालिक है, जनता सर्वोपरि है. एक कहावत है चौकी पर बैठने वाला चौकीदार, जमीन पर बैठने वाला जमींदार है. उसके एक वोट से देश में प्रजातंत्र व्यवस्था और मौलिक अधिकार है. राजा, प्रजा, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री सबको एक वोट देने का अधिकार है. गृह मंत्री जी को दो वोट देने का अधिकार है क्या? लेकिन इस बार जनता बदलाव की ओर है.