लाइव सिटीज, पटना: पटना गांधी मैदान में लगे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्टॉल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आकर विभाग द्वारा रिलीज की गई कैथी लिपि की पुस्तिका का अवलोकन किया। विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को इस पुस्तिका की विशेषता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बिहार में जितनी तरह की कैथी लिपि प्रचलित हैं, उन सभी का समावेश इसमें किया गया है। इसके अलावा एसीएस ने मुख्यमंत्री को बताया कि भूमि सर्वेक्षण से संबंधित सर्वे प्रश्नोत्तरी (FAQ) भी यहां उपलब्ध है।
ज्ञात हो कि बिहार में तिरहुत, मगध एवं मैथिल क्षेत्रों में पुराने खतियान कैथी लिपि में हैं, जिससे आमलोगों को इनको समझने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आमलोगों की सुविधा के लिये विभाग के वेबसाइट्स पर भी इसे अपलोड कर दिया गया है, जहां से लोग इसे निःशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि हमारी कोशिश है कि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो और मेला घूमने आने वाले लोग राजस्व विभाग के स्टॉल पर आकर विभाग की सेवाओं का लाभ भी ले सकें। साथ हीं लोग अपने गाँव का नक्शा निर्धारित शुल्क देकर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम कोई नई भाषा सीखते हैं, उसी तरह से कैथी लिपि की यह पुस्तिका लोगों को अपने पुराने खतियान समझने में मदद करेगी।
भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे. प्रियदर्शिनी ने इस पुस्तिका की विशेष जानकारी देते हुए बताया कि कुछ जिलों के पुराने खतियान कैथी लिपि में हैं। सर्वे कर्मियों सहित आम लोगों को भी इसे समझने में परेशानी होती थी। वेबसाइट पर यह निःशुल्क डाउनलोड के लिये उपलब्ध है। निदेशालय द्वारा जल्द हीं इसे प्रिंट करवाकर एक पुस्तक के रूप में आम लोगों को एक नियत शुल्क पर उपलब्ध करवाया जायेगा। इससे सर्वे संबंधित कार्यों में पारदर्शिता और तेजी आयेगी। अपर मुख्य सचिव ने मेला घूमने आये नागरिक की सर्वे संबंधित समस्या का ऑन-द-स्पॉट निराकरण किया।