लाइव सिटीज, पूर्णिया: पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन पूर्व पप्पू यादव ने भवानीपुर के गोपाल यादुका हत्याकांड के अनुसंधान पर सवाल खड़ा किया है और इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। सांसद ने कहा कि इतने बड़े मर्डर मिस्ट्री को इंडिया और एनडीए के बीच राजनीतिकरण किया जा रहा है। यह ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिवार के लोग डरे हुए हैं। अगला उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के लोगों ने उन्हें जो बताए लेख उससे लगता है कि प्रशासनिक दबाव काफी ज्यादा है।सांसद पप्पू यादव ने बताया कि पीड़ित परिजनों का मानना है कि जो तथ्य सामने आए हैं वह गलत है। संजय भगत इसमें कहीं नहीं है। मृतक गोपाल यादुका के साथ संजय भगत जमीन का कारोबार करते थे। संजय भगत को जिनसे कमाई होगी उनको भला वो क्यों मारेगा?
सांसद ने बताया कि गिरफ्तार विकास यादव और विशाल राय के मसले पर भी पारदर्शी अनुसंधान नहीं हो पाया है। दोनों की जमकर पिटाई की गई है। दोनों की हालत जेल में ठीक नहीं है। अनुसंधान एक ही दिशा की ओर क्यों चल रही है?उन्होंने कहा 5 महीना पहले धमदाहा में जमीन मसले को लेकर पंचायती हुई थी। इस पंचायती में जो लोग थे उस तरफ अनुसंधान नहीं जा रहा। सांसद ने कहा कि इस मर्डर मिस्ट्री में पुलिस ने 5 लाख के डील और मटन पार्टी की बात कही है उसमें हथियार भी बरामद नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई से हो और जो इस कांड में संलिप्त पाए जाएंगे उसे सजा जरूर मिले।
सांसद पप्पू यादव ने बिहार के डीजीपी से स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन करके जांच का आग्रह किया। पूर्णिया एसपी से कहा कि आम लोग न्याय की आस में है। संजय भगत इसमें नहीं है। उसे मोहरा बनाया गया है।