लाइव सिटीज, पटना: बिहार लोकसेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा शुक्रवार को ली गई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है. इसी बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ?
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका के बीच तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ? हमने 17 महीनों में 4 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने केवल 70 दिनों में दो चरण में 2 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की. शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 17 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली. सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई. अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है कि लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? किसका दबाव है?’
इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से आयोजित की जा रही शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में एक साथ शामिल होने जो रहे करीब 300 परीक्षार्थियों को झारखंड के हजारीबाग की पुलिस ने शुक्रवार सुबह हिरासत में लिया है. संदेह है कि इन अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र पहले से उपलब्ध करा दिए गए थे और उन्हें हजारीबाग के दो होटलों में रुकवा कर प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे. ये सभी छात्र तीन-चार बसों में सवार होकर परीक्षा देने जा रहे थे, तब हजारीबाग के बरही में इन्हें रोक लिया गया. परीक्षा शुरू हो गई है, लेकिन ये छात्र सेंटर तक नहीं पहुंच पाए. पुलिस के कई अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं. जल्द ही बिहार के भी कुछ पुलिस अधिकारियों के पहुंचने की सूचना मिल रही है.