लाइव सिटीज, पटना: अयोध्या राम मंदिर को लेकर बिहार में सियासी हलचलें थमने का नाम ही नहीं ले रही, एक तरफ भाजपा के लोग जहां सनातन धर्म की रक्षा की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी का आरोप है कि भाजपा राम मंदिर के जरिए राजनीति कर रही है. इस बीच आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी धर्म और राजनीति को लेकर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है. मनोज झा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरी नजर में महात्मा गांधी से बड़ा हिंदू कोई नहीं है, जो व्यक्ति गोली लगने के बाद भी हे राम कहते हुए दुनिया से विदा हो गया. उन्होंने कभी भी धर्म और राजनीति का घालमेल नहीं किया.
इसके साथ ही मनोज झा ने कहा कि महात्मा गांधी ये जानते थे कि राजनीति में धार्मिकता धर्मांधता में तब्दील हो जाती है और इस देश पर कई महीने से रोजगार पर तो बात हो ही नहीं रही है. 2014 के चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी रोजगार के वादे पर सत्ता में आए थे, ना कि राम मंदिर पर. उन्हें पता है कि वे असफल हुए तभी अपनी असफलता को छुपाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
आपको बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पूजा होने वाली है, इसे लेकर भाजपा में काफी उत्साह देखा जा रहा है. वहीं, विपक्षी पार्टी जिस तरह से प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इंकार कर रहे हैं. इससे यह पूरी तरह से भाजपा के सपोर्ट में दिख रहा है और आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है. राजनीतिक विशेषज्ञ की मानें तो राम मंदिर आगामी चुनाव में सत्ता हासिल करने में अहम भूमिका अदा करेगा. वहीं, यह कई पार्टियों का राजनीतिक खेल भी खराब कर सकता है. उधर, भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर एक बार फिर अपनी नैया पार करने की तैयारी में दिख रही है.