लाइव सिटीज, पटना: बिहार लोक सेवा आयोग में 1.22 लाख शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किया है और इसको लेकर बिहार की नीतीश-तेजस्वी की सरकार देशभर में एक बार में इतनी ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी देने का प्रचार कर रही है.वहीं इस भर्ती को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाये जा रहे हैं.
पूर्व सीएम जीतनराम मांझीजी ने लैंड फॉर जॉब की तर्ज पर मनी फॉर जॉब स्कीम के तहत नियुक्ति करने का आरोप लगाया है.इस संबंध में जीतनराम मांझी ने सोसल मीडिया X पर ट्वीट करके लिखा है कि BPSC शिक्षक नियुक्ति मामले की उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है।
आरक्षण की अनदेखी कर यह नियुक्ति रेलवे के “लैंड फॉर जॉब” के तर्ज पर “मनी फॉर जॉब” स्कीम के तहत की गई है।“पैसा दो सरकारी नौकरी लो” घोटाले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।बिहार सरकार ने युवाओं का बेडा गर्क कर दिया है।
बताते चलें कि बीपीएससी द्वारा रिजल्ट दिे जाने के बाद सफल अभ्यर्थियों का काउंसलिंग और प्रशिक्षण चल रहा है.2 नवंबर को नीतीश कुमार गांधी मैदान में सामूहिक नियुक्ति पत्र बांटने वाले हैं.इसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी समेत अन्य मंत्री भी शामिल होंगे.सरकार के मंत्री और सत्ताधारी दल के नेता शिक्षक की नियुक्ति को सरकार की बड़ी कामयाबी बता रहे हैं वहीं पूर्व जीतनराम मांझी ने इस नियुक्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.