लाइव सिटीज, पटना: जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में यह दावा किया था कि हमारा देश पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हो चुका है, मगर केंद्र सरकार के अधीन आने वाली राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण द्वारा जारी रिपोर्ट-5 में यह कहा गया है की देश की 19 फ़ीसदी परिवार अभी भी शौचालय की आधारभूत सुविधाओं से वंचित है, यानी प्रधानमंत्री जी ने आज से चार वर्ष पहले जो दावे किए थे वह झूठे साबित हुए।
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बिना किसी जानकारी के देश की जनता से झूठ बोल रहे थे मगर केंद्र सरकार की ही संस्था ने हकीकत को उजागर कर दिया। कुशवाहा ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण द्वारा जारी रिपोर्ट-5 में मोदी सरकार की एक और झूठ का पर्दाफाश हुआ, उज्ज्वला योजना को लेकर भाजपा बड़े-बडे़ दावे करती है और प्रधानमंत्री जी ने भी कई बार स्वयं यह कहा है की उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश की महिलाओं को धुएं से छुटकारा मिला है। मगर असलियत यह है की अभी भी भारत में 41 फ़ीसदी परिवार ठोस ईंधन का इस्तेमाल कर खाना पकाने पर मजबूर है।
कुशवाहा ने कहा कि भारत सरकार के मंत्री के हस्ताक्षर के बाद ही राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण का रिपोर्ट जारी होता है और यह दोनों तथ्य उसी रिपोर्ट के जरिए निकल कर बाहर आए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भ्रामक और बेबुनियाद आंकड़ों को पेशकर सिर्फ और सिर्फ देश की जनता को गुमराह करते हैं।
उमेश कुशवाहा ने कहा कि राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने अपने पद की गरिमा को भी धूमिल करने का काम किया है। झूठ और दुष्प्रचार फैलाकर जनता को दिग्भ्रमित करना ही भाजपा का एकमात्र हथियार है और जनता भी यह बात अब समझ चुकी है।