लाइव सिटीज, पटना: मणिपुर में पिछले दो महीने से उथल-पुथल मची हुई है। हिंसा की घटनाओं के जारी रहने के बीच इस समय मानवता को शर्मशार कर देेने वाला एक वीडियो सामने आया है। इसके बाद से तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। वायरल हो रहे इस वीडियो में भीड़ ने दोनों महिलाओं के कपड़े उतार दिए और उन्हें सड़क पर घसीटा। सड़क पर उनके साथ छेड़छाड़ भी की गई। यह मामला 4 मई को राजधानी इंफाल से करीब 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुआ। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने दावा किया कि 4 मई को दोनों महिलाओं को बिना कपड़ों के घुमाने के बाद धान के खेत में उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित महिलाएं आदिवासी समुदाय से हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद से पूरे देश में इस मामले की आलोचना हो रही है। लोग काफी गुस्से में हैं।
वहीं देशभर में सियासी हमले सरकार पर शुरू हो गए। बिहार में भी अब इसे लेकर सियासी घमासान छिड़ा है। जदयू ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है।जदयू ने पीएम मोदी पर ही सीधा हमला किया है. जदयू ने ट्वीट करते हुए पीएम को घेरा है।जदयू ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग की है।ट्वीट जारी कर जेडीयू की ओर से लिखा गया कि “मणिपुर में हो रही वीभत्स घटनाएं मानवता को झकझोर देने वाली हैं। प्रधानमंत्री जी विदेशों में अपनी झूठे शान का डंका बजवाते हैं और उनकी डबल इंजन की सरकार अपने ही देश के महीनों से जल रहे एक राज्य पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है, क्यों? क्योंकि नफरत, घृणा और हिंसा भाजपा की राजनीति का हिस्सा है।
वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी पीएम को निशाने पर लिया
ललन सिंह ने पीएम से सवाल करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि “पता नहीं आदरणीय प्रधानमंत्री जी को मानवता के प्रति संवेदना है भी या नहीं…! विदेशों में जाकर अपना जयकारा लगवाने वाले प्रधानमंत्री जी को देश में महिलाओं के साथ हो रहा घोर अत्याचार क्यों नहीं दिखता है ? डबल इंजन की सरकार वाले राज्य में महिलाओं के साथ शर्मसार करने वाली इस घटना पर अब तो मौनव्रत तोड़िए साहब’. मणिपुर में 56 + 56 इंच सीने वाली डबल इंजन की सरकार की छत्रछाया में राज्य के बहुसंख्यक शोषित – वंचित और गरीब तबके को पैरों तले रौंदा जा रहा है। महिलाओं पर अत्याचार की सारी हदें लांघ दी गई हैं, फिर भी देश के 56 इंच सीने वाले तथाकथित शेर चुप बैठे हैं, आखिर क्यों ?” हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी इसपर अपनी प्रतिक्रिया भी दे चुके हैं।