लाइव सिटीज, पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने महागठबंधन पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं और कर्मचारियों के वेतन तक के लिए जब बिहार केंद्रीय सहायता और कर्ज से प्राप्त राशि पर पूरी तरह निर्भर है, तब जदयू अध्यक्ष ललन सिंह किस झूठ पर गाल बाजा रहे हैं ?
सुशील मोदी ने कहा कि मुंगेर में ललन सिंह को हराने के लिए हमे किसी बाहरी प्रत्याशी की जरूरत नहीं, बल्कि भाजपा के टिकट पर सामान्य कार्यकर्ता भी उनका अहंकार तोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जिस नल-जल योजना की दंभ भरा जा रह है, उसे बिहार को केंद्रीय करों में प्राप्त हिस्सेदारी और 15 वें वित्त आयोग की सिफारिश पर मिली धनराशि से पूरा किया गया।
मोदी ने कहा कि जदयू ने टिन का चश्मा लगा रखा है, इसलिए उसे बख्तियारपुर-मोकामा, सिमरिया-खगडिया में 1लाख करोड़ की केंद्रीय योजना के तहत बनने वाली 4-लेन / 6-लेन सड़कें भी नहीं दिखतीं। ये सड़कें ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र से गुजरती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में 8 नये मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है और मोकामा में गंगा पर राजेंद्र सेतु के समानान्तर महासेतु बन रहा है। क्या यह केंद्र सरकार का योगदान नहीं है ?
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की लागत से बरौनी कारखाने का आधुनिकीकरण कर यूरिया का उत्पादन फिर से शुरू कराया। यह कारखाना का कुल बजट 2.61 लाख करोड़ का है। इसमें राज्य सरकार के राजस्व संग्रह का योगदान मात्र 53000 करोड़, यानी 25 फीसद है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 8,350 करोड़उस कांग्रेस के राज में बंद हुआ था, जिसकी गोद में बैठने से जदयू को केंद्र का काम नहीं दिखता। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह को केंद्र सरकार के काम नहीं दिखते। जनता सब देख रही है और वह 2024 में भी भाजपा की झोली भरेगी।