लाइव सिटीज पटना: विपक्षी एकता की कवायद में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण में शामिल होने के बाद शनिवार को वह डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ बेंगलुरु से दिल्ली पहुंचे. आज उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर मुलाकात की. इस दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी उनके साथ थे. नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के देश भर के विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात पर महागठबंधन के नेता दावा कर रहे हैं कि विपक्षी एकता की कवायद से भारतीय जनता पार्टी के अंदर बेचैनी है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कर्नाटक में सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में जिस तरह से विपक्षी एकता दिखी, उससे बीजेपी घबरा गई है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में सरकार से बाहर होने का दर्द बीजेपी के नेता अब तक भूल नहीं पा रहे हैं. साथ ही दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा मुक्त भारत का संकल्प जो विपक्षी दलों ने मिलकर एक साथ लिया है, वह पूरा होने वाला है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि विपक्षी एकता के आर्किटेक्ट लालू यादव फिर से पटना आ गए हैं और राजधानी में ही एक बार फिर विपक्षी दलों के नेताओं का महा जुटान होने वाला है.
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से विपक्षी एकता को लेकर मुलाकात भी की है. आने समय में तमाम विपक्षी दलों को साथ लाने के लिए लगातार कोशिश की जाएगी, ताकि आम चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल किया जा सके. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा विपक्षी दलों को एक साथ मिल कर अभियान चलाना होगा.
बता दें कि कर्नाटक में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेंगलुरू गए थे. उनके साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा भी बैंगलुरू गए थे. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के साथ ही नीतीश ने बेंगलुरू आए विपक्ष के नेताओं से बिहार में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर चर्चा की. वहीं शनिवार को शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार पटना नहीं आकर वहीं से दिल्ली चले गए. तेजस्वी यादव, ललन सिंह भी साथ ही हैं.