लाइव सिटीज पटना: बिहार में पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के बाद सियासत तेज हो गई है. बीजेपी बिहार सरकार को घेर रही है तो सत्ता पक्ष भी पलटवार करने में पीछे नहीं है. इन तमाम बयानबाजियों के बीच आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी को ‘राजनीति का नमूना’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी यह भूल गए जब उन्होंने कहा था कि जब राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई हो सकती है तो आनंद मोहन की रिहाई क्यों नहीं हो सकती.
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी बिहार की राजनीति में एक नमूना हैं. सुशील मोदी रोज बोलने और छपने के रोग के शिकार हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें बोलने के झोंक में यह याद नहीं रहता है कि आज जो बोल रहे हैं, इसी मुद्दे पर इसके पहले क्या कहा था. शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक ही विषय पर दो विपरीत राय का नमूना हैं सुशील कुमार मोदी. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि सुशील मोदी उनके जेलीहा है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि दो तीन महीना मैं और सुशील मोदी एक साथ बांकीपुर जेल में रहे हैं. लेकिन अब सुशील की हालत देखकर मोह लगता है.
शिवानंद तिवारी का कहना है कि आनंद मोहन की रिहाई पर आज की तारीख में सुशील कुमार मोदी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार जघन्य अपराध से भी समझौता कर चुके हैं. इसके अलावा महागठबंधन सरकार को सुशील मोदी दलित विरोधी करार दे रहे हैं. शिवानंद तिवारी ने कहा कि जबकि यह वही सुशील कुमार मोदी हैं जिन्होंने 13 फरवरी 2023 को आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सरकार से मांग की थी. शिवानंद तिवारी ने कहा कि सब सुशील मोदी ने यह कहा था कि जब राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई हो सकती है तो आनंद मोहन की रिहाई क्यों नहीं हो सकती.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि तब सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा था कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णया के हत्या में आनंद मोहन की सीधी भूमिका नहीं थी. तब सुशील मोदी ने कहा था कि आनंद मोहन जब 14 साल से अधिक की सजा काट चुके हैं और बंदी के रूप में उनका आचरण भी अच्छा रहा है तब उन्हें रियायत देकर रिहा करने के कानूनी विकल्पों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए.
बता दें कि आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जी कृष्णैया हत्याकांड में जिसे सुप्रीम कोर्ट तक ने दोषी माना था. उसकी रिहाई के लिए नीतीश कुमार ने जेल का कानून ही बदल दिया. सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के बहाने लालू प्रसाद यादव के दबाव में नीतीश कुमार एमवाई (MY) समीकरण के 13 दुर्दांत अपराधियों को भी रिहा कर रही है.