लाइव सिटीज पटना: गोपालगंज डीएम हत्याकांड में जेल की सजा काट चुके पूर्व सांसद आनंद मोहन की गुरुवार सहरसा जेल से रिहाई हो गई लेकिन उनकी रिहाई को गलत ठहराने वालों में इसे लेकर काफी नाराजगी है. इसको लेकर सियासत तेज है. सरकार लगातार इस मुद्दे पर घिरती नजर आ रही है और इसे लेकर जदयू ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सियासी फायदे के लिए आनंद मोहन की रिहाई का विरोध हो रहा है.
आनंद मोहन की रिहाई पर उठ रहे सवाल पर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या होती है और आनंद मोहन पर आरोप लगता है लंबे समय तक केस चलता है और सुप्रीम कोर्ट से आजीवन कारावास की सजा होती है. आनंद मोहन सजा काटने के बाद कानूनी प्रावधानों के तहत जेल से बाहर आते हैं यह सब कानूनी प्रक्रिया है. हम लोग न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं. लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक से जोड़कर देख रहे हैं, ताकि राजनीतिक लाभ हो सके.
बता दें कि आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बीजेपी नेताओं की तरफ से लगातार सरकार को घेरने की कोशिश हो रही है. हालांकि आनंद मोहन को लेकर बीजेपी में एक खेमा सॉफ्ट भी है, लेकिन आनंद मोहन के बहाने बीजेपी नेताओं की ओर से कई दुर्दांत अपराधियों को बाहर निकालने का आरोप सरकार पर लगाया जा रहा है. इस रिहाई को गलत ठहराने वालों में इसे लेकर काफी नाराजगी है. आनंद मोहन के साथ 26 अन्य लोगों की भी रिहाई भी हुई है, जिसे लेकर सियासत जोरों पर है.