लाइव सिटीज पटना: बिहार में जहरीली शराब से मौत पर मुआवजा देने के नीतीश सरकार के फैसले पर बीजेपी सवाल उठा रही है तो तो महागठबंधन की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि आज बीजेपी के जो नेता सवाल उठा रहे हैं, उनको याद रखना चाहिए कि शराबबंदी का फैसला सभी दलों की सहमति के आधार पर हुआ था. वहीं नीरज कुमार ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक हमला बोला और कई सवाल दागे.
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने सुशील मोदी को जवाब देते हुए कहा कि शराबबंदी महिलाओं की मांग पर लागू की गई थी. आंकड़े गवाह है कि इससे बिहार में महिला अपराध के मामले में कमी आई है. महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है और तमाम राजनीतिक दलों का विहित संकल्प है. संकल्प पर राज्य में शराब बंदी लागू है.
इतना ही नहीं नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा के जो लोग बिहार में शराबबंदी खत्म करने की बात करते हैं क्या भाजपा के नेता अपनी पत्नी और बच्चों से लिखवा कर देंगे कि बिहार में शराब दुकान खुलनी चाहिए.
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बीजेपी से सीधा सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही नहीं है कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति की तारीफ नहीं की थी? क्या शराबबंदी कानून पर भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी को ही अंगूठा दिखा रहे हैं? उन्होंने बीजेपी से सवाल किया कि जब इनकी पार्टी सत्ता में थी तब कितने नेता घटना होने पर घटनास्थल पर गए? गुजरात में जहरीली शराब से मौत पर क्यों नहीं मुआवजा दिया गया? भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने प्रदेश में शराब पिलाकर राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं. बीजेपी के नेताओं को नीतीश कुमार की बराबरी करने में 1000 बार जन्म लेना होगा.
इतना ही नहीं नीरज कुमार ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता यह बताएं कि क्या यह सही नहीं है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में विधायक दल का नेता तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को चुना गया था? आगे उन्होंने सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि यह घोषणा करें कि उनके राज्य में जिन हिंदुओं की मौत जहरीली शराब से हुई है उनके लोगों को मुआवजा देंगे? जदयू प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में आज इतनी हत्या, मौत, अपहरण हो रहा है. लेकिन भाजपा के लोग हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए हैं.