लाइव सिटीज, पटना: हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से0) के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुन्दर शरण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह से 5 सवाल किए ।देश के सम्मानित सहकारिता एवं गृह मंत्री अमित शाह का बिहार में स्वागत और अभिनंदन करते हुए श्याम सुन्दर शरण ने कहा कि सम्राट अशोक, चन्द्रगुप्त चाणक्य बुद्ध और महावीर की इस धरती पर आपका खुले हृदय से स्वागत है।
साथ ही बिहार की जनता के तरफ से कुछ अहम सवाल हमारी पार्टी आप मीडिया बंधुओं के माध्यम से कर रही है। जिसमे हम अपेक्षा करेंगे कि कल तक गृह मंत्री अमित शाह उनके पूछे गए 5 सवाल का जवाब निश्चित देंगें।
जानें क्या है सवाल
- वन नेशन वन टैक्स, वन नेशन वन ग्रिड, वन नेशन वन इलेक्शन की तरह बिजली का वन नेशन वन टैरिफ क्यूॅं नहीं हो सकता?
21 मार्च 2022 को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने उच्च सदन में इसकी मॉंग की थी। आखिर बिहार जैसे पिछड़े राज्यों के लिए ऐसी व्यवस्था से कुछ बेहतरी के लिए आपके तरफ से कुछ प्रभाव क्यूॅं नहीं दिखता।
- (क) सहकारिता मंत्रालय का विशेष रूप से गठन करके पहली बार आप देश के सहकारिता मंत्री बने। आपका ही बयान था ‘‘ सहकार से समृद्धि’’ तो हमारा सवाल है कि इन चार सालों में सहकारिता की कौन सी योजनाएं चलाई गई जिससे बिहार को फायदा हुआ है? या इसे भी हम जुमला मान लें?
(ख) बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के लिए इसके अंतर्गत कितने भंडारण गृह बनाए गए जिससे कृषकों के अनाज भंडारण के लिए कोई व्यवस्था हुई हो?
(ग) कितनी मत्स्य समितियॉं बनीं?
(घ) कितने कृषकों को सहकार योजना से जोड़कर लाभान्वित किया गया आपके मंत्रालय के द्वारा इसका ब्यौरा देने की कृपा करेंगे?
(ड.) आखिर मात्र 1100 करोड़ के बजट से आप देश में किस तरह की सहकारिता क्रांति लाने की योजना बना रहे हैं?
- आखिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यूॅं नहीं दे सकते? 1969 में डॉ गाडगिल के फॉर्मूला के अनुमोदन पर तत्कालीक इंदिरा सरकार ने विशेष राज्य के दर्जे के माध्यम से पिछड़े राज्यों के विकास का नया सूत्र दिया। तो क्या 54 सालों के बाद इसमें बदलाव की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही? और क्या 5 दशक के बाद वही स्थिति है। बिहार सर्वाधिक जनसंख्यॉं घनत्व वाला राज्य है। विगत 10 वर्षो से बिहार का विकास दर अन्य राज्यों के तुलना में अधिक है। ऐसे में क्या केन्द्र सरकार को बिहार के बारे में विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता महसूस नहीं होती?
(4):- 9 वर्षो में बिहार कोटे से केन्द्र के मंत्रीपरिषद के सदस्यों में से कोई ऐसा क्यूॅं नही उभर पाया जिस पर बिहार भरोसा कर सके और आपको इतनी मेहनत से बचा सके। क्या उनका श्वेत पत्र जारी करवाएगे?
- 9 वर्षो में बिहार के लिए केन्द्र सरकार की 5 कौन सी योजनाएं हैं जिससे बिहार यह समझे कि आपका बिहार के विकास के लिए कोई मजबूत इरादा है। वहीं, आज के प्रेस वार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सह राष्ट्रीय प्रवक्ता अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी, राष्ट्रीय प्रवक्ता पूजा सिंह, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता विजय यादव, अनिल रजक आदि हम नेता मौजूद थे।