लाइव सिटीज पटना: बिहार में बिजली दर में 24% से अधिक की बढ़ोतरी की गई है. जिससे आम आदमी के साथ किसानों और गरीबों पर भी ज्यादा बोझ बढ़ेगा. यही वजह है कि बिजली दर में वृद्धि के खिलाफ बीजेपी विधानसभा के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रही है और इसमें कमी करने की मांग सरकार से कर रही है. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी है. मंगलवार को भी बीजेपी ने बिजली की दरों में वृद्धि को लेकर जमकर हंगामा किया. वहीं इस मुद्दे पर पूछे जाने पर राजद विधायक अख्तरूल इमान शाहीन ने कहा कि समीक्षा की जाएगी.
बिजली दर में वृद्धि के मुद्दे पर पूछे जाने पर राजद विधायक अख्तरूल इमान शाहीन ने कहा कि बढ़ोतरी तो हुई है और वो विपक्ष में हैं, उनका काम है विरोध करना आवाज उठाना तो वो कर रहे हैं. अब हमलोग जब सभी दल के लोग बैठेगें तो देखेंगे कितना बढ़ा है, क्या आवश्यकता थी बढ़ानी की सब लोग इस पर समीक्षा करेंगे और कुछ क्या हो सकता है वो हमारे नेता देखेंगे तभी कुछ कहा जा सकता है.
दरअसल बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी है. मंगलवार को भी बीजेपी ने बिजली की दरों में वृद्धि को लेकर जमकर हंगामा किया. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि सदन में बीजेपी मुखर होकर बिजली टैरिफ में वृद्धि के खिलाफ आवाज उठा रही है. इसको लेकर सरकार ने अभी तक किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की है. इस बढ़े हुए दर पर सरकार की अनुशंसा क्या है, क्योंकि 1 अप्रैल से नई बिजली की दरें लागू हो जाएंगी. वित्तिय वर्ष समाप्त होने में मात्र दो तीन दिन ही शेष हैं. ऐसे में सरकार को जल्द निर्णय लेकर घोषणा करनी चाहिए. लेकिन महागठबंधन की सरकार को सिर्फ अपनी फिक्र है.
तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि घोटलों से बचना, सीएम बनना और पीएम कैसे बने, इन्हीं सब बातों पर सरकार का फोकस है. बिहार के अधिकांश हिस्सों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं से फसल बर्बाद हुई है, सरकार ने इसको लेकर भी किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की है. ना इसको लेकर कोई प्रतिवेदन दिया है कि कितना नुकसान हुआ है. बिजली पर भी सरकार ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. सरकार को इन सारे विषयों पर जवाब देना चाहिए.
बता दें कि बिजली दर में 24% से अधिक की बढ़ोतरी की गई है और बीजेपी के तरफ से लगातार इसको लेकर सदन के बाहर और सदन के अंदर सरकार को घेरने की कोशिश हो रही है. ऐसे ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने आश्वासन दिया है कि इस बढ़ोतरी का असर गांव और गरीबों पर नहीं पड़ेगा. पूरे मामले पर जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी कहा कि अब सदन कुछ ही दिन शेष बच गया है इसलिए सरकार मंत्री इसराइल मंसूरी के मामले के साथ कानून व्यवस्था और बिजली दर बढ़ोतरी जैसे मुद्दे पर विशेष चर्चा कराए.