लाइव सिटीज, पटना: बिहार विधानसभा के मुख्य द्वार से लेकर सदन तक महागठबंधन के नेताओं ने राहुल गांधी को हुई सजा के मामले में शुक्रवार को मार्च निकाला. सबसे बड़ी बात यह रही कि इस मार्च से सीएम नीतीश कुमार की पार्टी गायब रही. नेताओं ने विधानसभा परिसर में बैनर-पोस्टर लेकर विरोध जताया गया. इस दौरान खूब नारेबाजी भी की गई. सदन के अंदर भी इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ. सदन में भी जेडीयू की ओर से कुछ नहीं कहा गया.
विधानसभा के मुख्य गेट से लेकर विधानसभा पोर्टिको तक कांग्रेस, आरजेडी, हम और वामपंथी दलों के सदस्यों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और नारेबाजी की. लेकिन महागठबंधन घटक दलों के इस प्रदर्शन में जदयू के लोग शामिल नहीं थे. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का कहना था कि हम लोग बिहार से मैसेज देना चाहते हैं, सभी विपक्ष के लोग एक हैं और मोदी सरकार जिस प्रकार से फैसला ले रही है, वो गलत है.
आगे उन्होंने कहा कि हमलोग सभी गठबंधन के लोग एकहैं, एक होकर मोदीवाद का विरोध कर रहे हैं. आज हमलोग ये मैसेज दे रहे हैं कि सभी विपक्ष एक हैं, मोदी सरकार के मनमाने फैसले का विरोध कर रहे हैं