लाइव सिटीज, पटना: लैंड फॉर जॉब स्कैम में ने शुक्रवार को आरजेडी सुप्रीमो व पूर्व रेल मंत्री लालू यादव के परिवार और रिश्तेदारों के खिलाफ छापा मारा. शुक्रवार को ईडी की कार्रवाई और शनिवार को तेजस्वी यादव को सीबीआई के समन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ते हुए इशारों इशारों में कहा कि अगर मैं एक आदमी का नाम ले लूंगा तो वे (सुशील मोदी) अपने पीछे हो जाएंगे. नीतीश के आरोपों पर बीजेपी नेता व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी करारा जवाब दिया है।
सुशील मोदी ने कहा कि, 2017 में आईआरसीटीसी घोटाले में जब इनपर (लालू) रेड हुआ, उनपर आरोप लगे तो आपने कहा सफाई देने दीजिए. आपने गठबंधन तोड़ दिया और एनडीए के साथ आ गए. उसके बाद मामले में चार्जशीट फाइल हुई. राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव को बेल लेना पड़ा. उस मामले में चार्ज फ्रेम हुआ.
आगे उन्होंने कहा कि अब आईआरसीटीसी घोटाले का जो ट्रायल प्रारंभ हो चुका है. सीबीआई चुप नहीं बैठी है. नौकरी के बदले जमीन घोटाले में जब नीतीश जी मुख्यमंत्री थे और बिहार में एनडीए की सरकार थी. तब यह 18 मई 2022 को एफआईआर दर्ज हुआ है. गठबंधन टूटने के बाद नहीं हुआ है.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि, ‘नीतीश जी बताए कि इसके कागजात किसने उपलब्ध कराएं. आपने 2008 में मनमोहन सिंह से मिलने के लिए शरद यादव, ललन सिंह दोनों को भेजा था. दोनों ने पूरे प्रमाण के साथ मनमोहन सिंह को कागजात उपलब्ध कराएं. लेकिन उस समय यूपीए की सरकार थी. सरकार चुपचाप बैठ गई कोई कार्रवाई नहीं हुई.