लाइव सिटीज पटना: बीबीसी के दिल्ली और मुंबई के दफ्तर में मंगलवार को आईटी की रेड को लेकर सियासत तेज है. विपक्ष के नेता इस छापेमारी को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. विपक्ष को ये घटना इंदिरा गांधी के आपातकाल की याद दिलाने लगी. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए हैं. जिसमें उन्होंने पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो शेयर किया है. ललन सिंह ने पीएम मोदी को उनके पुराने भाषण की याद दिलाते हुए जमकर निशाना साधा है.
ललन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अपने शब्दों को याद कर लें और जनहित में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को स्वतंत्र रूप से काम करने की स्वतंत्रता दें. आज श्रद्धेय लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में 1974-75 के जन आंदोलन की याद आ गई. जब देश की मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगा था और हमलोग प्रतिदिन बीबीसी का समाचार सुनकर देश की महत्वपूर्ण और सत्य खबरों को जान पाते थे, लेकिन आज तो उस भयावह काल से सत्ता की हनक आगे बढ़ चुकी है.
ललन सिंह ने आगे लिखा है कि राष्ट्रीय मीडिया पर पूर्ण नियंत्रण और पालतू तोतों के बल पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को भयभीत और आतंकित करने का प्रयास इस देश में लोकतंत्र को समाप्त करने की बड़ी साजिश है. इससे पहले मंगलवार को भी ललन सिंह ने ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था कि ये कैसा लोकतंत्र है? जो भी इनके खिलाफ बोलेगा या लिखेगा, उसका यही हश्र होगा. जिसको भी बोलना या लिखना हो, पहले इन्हें दिखाना होगा, वरना बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा. आखिर सरकारी तोतों का कितना और कब तक दुरुपयोग करेगी?
दरअसल ललन सिंह ने एक पीएम मोदी के पुराने भाषण को शेयर किया है. इसमें पीएम मोदी मीडिया की स्वतंत्रता की बात कर रहे हैं. बीबीसी की भी बात उन्होंने की है. ऐसे में बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तर में हुई आईटी की रेड को देखते हुए इसे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शेयर किया है. और पीएम मोदी को उनके पुराने भाषण की याद दिलाई है. बता दें कि बीबीसी के दिल्ली और मुंबई कार्यालय पर कल यानी मंगलवार को अचानक हुए आईटी रेड के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया. इस कार्रवाई की खबर जैसे ही लोगों को लगी, विपक्षी नेताओं ने इस पर निशाना साधना शुरू कर दिया.